The 2-Minute Rule for shiv chalisa lyrics english
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नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
अर्थ: हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।
कार्तिक श्याम और गणराऊ । या छवि को कहि जात न काऊ ॥
देवन जबहीं जाय पुकारा । तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥
अर्थ: हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान सके, हे शिव आपकी जय हो। जो भी इस पाठ को मन लगाकर करेगा, शिव शम्भु उनकी रक्षा करेंगें, आपकी कृपा उन पर बरसेगी।
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥
किया उपद्रव तारक भारी । देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी ॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥
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आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा ॥
अर्थ- हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान सके, हे शिव आपकी जय हो। जो भी इस पाठ को मन लगाकर करेगा, शिव शम्भु उनकी रक्षा करेंगें, आपकी कृपा उन पर बरसेगी।